Friday, 21 February 2025

98वां अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन ‘अभिजात मराठी’ का जयघोष, भव्य ग्रंथदिंडी से हुआ उद्घाटन

 98वां अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन

अभिजात मराठी’ का जयघोषभव्य ग्रंथदिंडी से हुआ उद्घाटन

तालकटोरा स्टेडियम परिसर मराठीमय

 

नई दिल्ली, 21 फरवरी: अखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल द्वारा आयोजित 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का आज भव्य ग्रंथदिंडी (पुस्तक शोभायात्रा) के साथ शुभारंभ हुआ। पारंपरिक वेशभूषा में शामिल मराठीजनलोकनृत्य प्रस्तुतियां और अभिजात मराठी’ के गगनभेदी जयघोष से तालकटोरा स्टेडियम का पूरा परिसर मराठी संस्कृति के रंग में रंग गया।

पुरानी संसद परिसर के रकाबगंज गुरुद्वारा के पास ग्रंथपूजन और ध्वजारोहण के साथ इस शोभायात्रा की शुरुआत हुई। इस अवसर पर सम्मेलन की अध्यक्ष डॉ. तारा भवाळकरअखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल की अध्यक्ष प्रो. उषा तांबेनेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मिलिंद मराठेपूर्व अध्यक्ष डॉ. रवींद्र शोभणेसांसद सुप्रिया सुलेसरहद संस्था के अध्यक्ष संजय नहार समेत कई प्रख्यात साहित्यकार मौजूद रहे। दिल्ली और महाराष्ट्र से हजारों मराठी बंधुपारंपरिक वेशभूषा में बड़ी उत्साहपूर्वक इस शोभायात्रा में शामिल हुए। खासतौर पर पंढरपुर से आई विशेष ग्रंथदिंडी भी इस शोभायात्रा का हिस्सा रही।

लोककला और सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम

ढोल-ताशों की गूंज के बीच शोभायात्रा में पारंपरिक लोककला और नृत्य जैसे लावणीपोतराजवाघ्या-मुरलीगोंधळपोवाडावासुदेव और आदिवासी नृत्य का शानदार प्रदर्शन किया गया। महिलाओं ने भी फुगड़ी खेलते हुए पूरे जोश के साथ इस आयोजन में भाग लिया।

दिल्लीवासियों का दिल जीता महाराष्ट्र के चित्ररथ ने

संमेलन में आकर्षण का केंद्र रहा महाराष्ट्र का भव्य चित्ररथजिसे राज्य सरकार द्वारा विशेष रूप से तैयार किया गया था। इस चित्ररथ पर संत ज्ञानेश्वरछत्रपति शिवाजी महाराजमहाराष्ट्र के किले और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित मराठी साहित्यकारों की कृतियों को खूबसूरती से दर्शाया गया। दिल्ली के लोगों ने इस शानदार प्रस्तुति को खूब सराहा।

98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के अवसर पर तैयार किए गए इस विशेष चित्ररथ के माध्यम से देश की राजधानी में महाराष्ट्र की अभिजात भाषा और संस्कृति की झलक देखने को मिली

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