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Monday, 4 August 2025

महा स्माइल्स – क्लेफ्ट जागरूकता और उपचार अभियान’ केवल एक चिकित्सा योजना

 स्माइल ट्रेन इंडिया और बजाज फिनसर्व की सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) की भावना से यह अभियान पूरी तरह से नि:शुल्क चलाया जाएगा। महा स्माइल्स  क्लेफ्ट जागरूकता और उपचार अभियान केवल एक चिकित्सा योजना नहीं, बल्कि हजारों बच्चों को नया जीवन देने वाली एक आशावादी सामाजिक मुहिम बनने जा रही है। इस विशेष अभियान का शुभारंभ नागपुर में 31 जुलाई 2025 को प्रातः 11 से दोपहर 12:30 बजे तक स्वामी विवेकानंद मेडिकल मिशन हॉस्पिटल, खापरी में किया जाएगा। इस पहले चरण में आगामी 90 दिनों के दौरान तीन विशेष मोबाइल वैन विदर्भ के 11 जिलों में भ्रमण कर लोगों को क्लेफ्ट विकार के बारे में जानकारी देंगी। इसमें प्रारंभिक निदान, उपचार की सिफारिश और ज़रूरतमंद बच्चों के लिए मुफ्त शल्यचिकित्सा की पंजीकरण सुविधा जैसे उपक्रम शामिल होंगे। सर्जरी नागपुर, गोंदिया, अकोला और वर्धा के अस्पतालों में की जाएगी।

क्लेफ्ट विकार एक जन्मजात स्थिति है जिसमें होंठ और तालु फटे हुए होते हैं। अनुमानतः हर 700 बच्चों में से एक को यह विकार होता है। इसका एकमात्र इलाज शल्यचिकित्सा है। यदि समय पर उपचार न किया जाएतो बच्चों को सुनने में कठिनाईबोलने में परेशानी और सामाजिक बहिष्कार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकिइस पर पूरी तरह काबू पाया जा सकता है – आमतौर पर 6-7 सर्जरी के बाद। ये सर्जरी महंगी होती हैंजिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए उपचार कराना कठिन हो जाता है। इसी कारण मुख्यमंत्री फडणवीस ने पूरी तरह मुफ्त इलाज की यह विशेष पहल शुरू की है।

यदि क्लेफ्ट विकार से ग्रस्त बच्चों को समय पर इलाज मिलेतो वे सामान्य जीवन जी सकते हैं। इसलिए सिर्फ इलाज नहींबल्कि जनजागरूकता भी उतनी ही आवश्यक है। यही कारण है कि महा स्माइल्स’ अभियान विदर्भ के बच्चों के लिए स्वास्थ्यदूत साबित होने जा रहा है। यह अभियान ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के हजारों परिवारों के लिए नई आशा की किरण बनकर उभरेगा। अब तक जानकारी के अभाव में उपेक्षित इस समस्या का समाधान विशेषज्ञों की मदद से संभव होगा।

मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस ने विश्वास व्यक्त किया है कि स्माइल ट्रेन और बजाज फिनसर्व के सहयोग से महाराष्ट्र के 11 जिलों में जन्मजात फटे होंठ और तालु की समस्या से जूझ रहे बच्चों के जीवन में आशा और मुस्कान लौटेगी।


महा स्माइल्स’ अभियान से विदर्भ के मासूम चेहरों पर फिर खिलेगी मुस्कान

 प्रास्ताविक भाषण कंचनताई गडकरी ने किया और संचालन डॉ. ऋचा सुगंध ने किया।

महा स्माइल्स’ अभियान से विदर्भ के मासूम चेहरों पर फिर खिलेगी मुस्कान

– मुख्यमंत्री के संवेदनशील पहल से यह संभव

मुंबईदिनांक 27 : बच्चों के चेहरे पर जन्म से होने वाले विकार जैसे फटे होंठ (क्लेफ्ट) और तालु (पैलेट) की सर्जरी व जनजागरण के माध्यम से मासूम चेहरों पर मुस्कान लौटाने का कार्य महा स्माइल्स’ अभियान और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की संवेदनशील पहल के कारण संभव हो पाया है। मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस का यह एक महत्वपूर्ण लक्ष्य हैऔर इसी उद्देश्य से उन्होंने विदर्भ के ऐसे बच्चों के इलाज व जागरूकता अभियान के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं से सहयोग की अपील की थी।

मुख्यमंत्री फडणवीस की इस अपील पर 'स्माइल ट्रेन इंडियानामक अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था और बजाज फिनसर्व की शेफाली बजाज ने सकारात्मक प्रतिसाद दिया। इसके चलते यह सपना अब मिशन मोड में साकार होता दिखाई दे रहा है।

डायग्नोस्टिक सेंटर व्यापार नहीं, सेवा का माध्यम है –

 डायग्नोस्टिक सेंटर व्यापार नहींसेवा का माध्यम है – केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि समाज के वंचितों और अंतिम पंक्ति के व्यक्ति की सेवा करने का अंत्योदय का विचार पं. दीनदयाल उपाध्याय ने दिया था। उसी मार्ग पर मैं लगातार कार्य कर रहा हूं। राष्ट्र निर्माणसमाजसेवा और जनसेवा – यही राजनीति का सच्चा अर्थ है। अपने कार्यों के माध्यम से गरीबों का जीवन कैसे बदल सकता हैइस पर मैं विचार करता हूं। इसी प्रेरणा से और अनेक लोगों के सहयोग से स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटर की स्थापना संभव हो पाई। जिस मां ने जन्म दियाउसके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का यह अवसर मुझे मिला – इसका संतोष मुझे है। यह केंद्र व्यापार का नहींबल्कि सेवा का माध्यम है – यह बात भी उन्होंने विशेष रूप से कही।

सिकल सेल, थैलेसीमिया और एनीमिया के उपचार के लिए नई योजना बनाई जाएगी स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटर का उद्घाटन

 सिकल सेलथैलेसीमिया और एनीमिया के उपचार के लिए नई योजना बनाई जाएगी

स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटर का उद्घाटन

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरीपालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति

 

नागपुर, 27 जुलाई – प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से हर तीन किलोमीटर पर स्वास्थ्य सेवाओं का नेटवर्क तैयार किया जाएगा। अगले चार वर्षों में महाराष्ट्र में देश की सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य व्यवस्था विकसित की जाएगी। इस दिशा में स्वयंसेवी संस्थाओं और नागरिकों की सहभागिता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। आगामी समय में सिकल सेलथैलेसीमिया और एनीमिया जैसे गंभीर और महंगे इलाजों के लिए एक नई योजना बनाई जाएगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज यहां दी।

लष्करीबाग स्थित कमाल चौक पर स्व. भानुताई गडकरी ग्रामीण विकास संस्था द्वारा संचालित स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटर का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अध्यक्षता मेंराज्य के राजस्व मंत्री एवं जिल्हा पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुलेसंस्था की अध्यक्ष कंचनताई गडकरी विशेष रूप से उपस्थित थीं।

विधानसभा सदस्य संदीप जोशीप्रवीण दटकेआशीष देशमुखबेंगलुरु स्थित महाबोधि सोसाइटी के महासचिव पूज्य भंते आनंद थेरानागपुर स्थित रामकृष्ण मठ के अध्यक्ष राघवेंद्र स्वामीपूर्व मंत्री अॅड. सुलेखा कुंभारेराजेश लोयाविशाखापट्टनम स्थित AMTZ के प्रबंध निदेशक डॉ. जितेंद्र शर्मापूर्व महापौर दयाशंकर तिवारीपूर्व सांसद डॉ. विकास महात्मेपूर्व विधायक गिरीश व्यास और टेकचंद सावरकर समेत अनेक मान्यवर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा के साथ संवेदनशीलता भी उतनी ही जरूरी है। नितिनजी के पास सेवा और संवेदना दोनों ही गुण हैं। इसलिए उन्होंने अपनी माता के नाम से डायग्नोस्टिक सेंटर शुरू कर गरीबों की सेवा का संकल्प लिया और उसे साकार भी किया। यह केंद्र स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगाऐसा विश्वास मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने इस अवसर पर व्यक्त किया।

महा स्माईल्स’ मोहिमेमुळे विदर्भातील निष्पाप चेहऱ्यांवर फुलणार हसू,बालकांच्या चेहऱ्यावरील दुभंगलेले ओठ (क्लेफ्ट) व फाटलेल्या टाळू (पॅलेट) या जन्मजात

 महा स्माईल्स’ मोहिमेमुळे विदर्भातील निष्पाप चेहऱ्यांवर फुलणार हसू

मुख्यमंत्री यांच्या संवेदनशील पुढाकाराने हे शक्य

 

मुंबईदि. 27 : बालकांच्या चेहऱ्यावरील दुभंगलेले ओठ (क्लेफ्ट) व फाटलेल्या टाळू (पॅलेट) या जन्मजात विकारावर उपचार आणि जनजागृती करून या बालकांच्या निरागस चेहऱ्यावर हसू फुलविण्याचे काम महा स्माईल्स मोहीमेमुळे आणि मुख्यमंत्री  देवेंद्र फडणवीस यांच्या सवंदेनशील पुढाकारातून हे शक्य होणार आहे. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांचे हे ध्येय असून यासाठी त्यांनी विदर्भातील अशा बालकांवर उपचार आणि जनजागृतीची गरज ओळखत स्वयंसेवी संस्थांना आवाहन केले.

मुख्यमंत्री श्री.फडणवीस यांच्या आवाहनाला स्माईल ट्रेन इंडिया’ ही स्वयंसेवी संस्था आणि बजाज फिनसर्वच्या शेफाली बजाज यांनी सकारात्मक प्रतिसाद दिला. त्यामुळे मुख्यमंत्र्यांचे हे स्वप्न आता मिशन मोडवर साकार होतांना दिसत आहे. 

स्माईल ट्रेन इंडिया’ ही आंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था आणि बजाज फिनसर्व यांच्या सामाजिक उत्तरदायित्वातून आता ही मोहीम पूर्णपणे मोफत राबविली जाणार आहे. महा स्माईल्स क्लेफ्ट जनजागृती आणि उपचार मोहीम’ ही केवळ वैद्यकीय मोहीम नसूनहजारो बालकांना नवजीवन देणारी एक आशावादी चळवळ ठरणार आहे.

            या आगळ्यावेगळ्या मोहिमेचा शुभारंभ नागपूर येथे 31 जुलै 2025 रोजी सकाळी 11 ते दुपारी 12.30 या वेळेत स्वामी विवेकांनद मेडिकल मिशन हॉस्पिटलखापरीयेथून होणार आहे.

या पहिल्यावहिल्या उपक्रमाअंतर्गत पुढील 90 दिवसांत तीन विशेष मोबाईल व्हॅन विदर्भातील संपूर्ण 11 जिल्ह्यात फिरून लोकांमध्ये क्लेफ्ट विकाराविषयी माहिती देणार आहेत. यामध्ये लवकर निदानउपचाराची शिफारस आणि गरजू बालकांसाठी मोफत शस्त्रक्रियांची नोंदणी असे विविध उपक्रम राबवले जाणार आहेत. या बालकांवर नागपूरगोंदियाअकोलावर्धा येथील रूग्णालयात शस्त्रक्रिया केल्या जाणार आहेत. 

क्लेफ्ट विकार हा जन्मजात असून यात ओठ आणि टाळू हे दुभंगलेले असतात. जवळपास 700 मुलांपैकी एका मुलांमध्ये हा विकार दिसून येतो. यावर शस्त्रक्रिया करूनच हा विकास दूर करता येते. वेळीच उपचार केले नाहीत तर कान बधिर होणेबोलण्यात अडथळा येणे अशा वेगवेगळ्या व्यंगासोबत सामाजिक एकटेपणा येऊ शकतो. तथापि या विकारावर उपचार असून 6-7 शस्त्रक्रियेनंतर यावर पूर्णपणे मात करता येते. या सर्व शस्त्रक्रिया खर्चिक असल्याने आर्थिक दुर्बल कुटुंबातील व्यक्तींना ते परवडणारे नाही. म्हणूनच संवेदशील मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस यांनी क्लेफ्ट वरील उपचार संपूर्ण मोफत व्हावेयासाठी या विशेष मोहिमेचे आयोजन केले आहे.

क्लेफ्ट विकार असलेल्या बालकांना वेळेवर उपचार मिळाल्यास त्यांचे जीवन पूर्णतः सामान्य होऊ शकते. यासाठी केवळ उपचारच नव्हेतर जागरूकता ही देखील तितकीच गरजेची आहे. त्यामुळे महा स्माईल्स’ ही मोहीम विदर्भातील बालकांसाठी आरोग्यदूत ठरणारी आहे. या मोहिमेमुळे ग्रामीण आणि आदिवासी भागातील हजारो कुटुंबांना एक नवीन आशेचा किरण दिसणार आहे. अपूर्ण माहितीमुळे दुर्लक्षित राहिलेल्या समस्येवर आता तज्ज्ञांच्या मदतीने प्रभावी उपचार मिळणार आहे. 

स्माईल ट्रेन आणि बजाज फिनसर्व यांच्या सहकार्याने महाराष्ट्राच्या 11 जिल्ह्यातील मुलांमध्ये जन्मजात आलेले दुभंगलेले ओठ आणि टाळू विकार दूर होऊन त्यांच्या जीवनात आशेचा किरण निर्माण होणार आहेअसा विश्वास मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस यांनी व्यक्त केला आहे.

स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटरची वैशिष्ट्ये

 स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटरची वैशिष्ट्ये

•          6000 चौरस फूटांचे बांधकाम

•          वेटिंग एरियासह संपूर्ण वातानुकूलित यंत्रणा

•          पूर्णपणे पेपरलेस कार्यप्रणाली

•          उच्च क्षमतेचे सर्व्हर्स

•          तांत्रिकदृष्ट्या पात्र व प्रशिक्षित कर्मचारी

एमआरआय (MRI)

•          मेड इन इंडिया मशिन्स

•          1.5 टेस्ला हाय-एंड इमेजिंग, 16 चॅनल

•          MUSIC तंत्रज्ञानामुळे जलद स्कॅन शक्यइमेज क्वालिटीमध्ये कोणतीही तडजोड नाही

सीटी स्कॅन (CT Scan)

•          मेड इन इंडिया मशिन्स

•          मोठी शरीरयष्टी असलेल्या रुग्णांसाठी मोठे बोअर

•          कमी वेळात स्कॅन – संपूर्ण छातीचे स्कॅन फक्त 6 सेकंदांत

•          BIS, AERB, CDSCO मान्यताप्राप्त

डिजिटल एक्स-रे (Digital X-Ray)

•          उच्च दर्जाची डिजिटल एक्स-रे सेवा

डायलिसिस (Dialysis)

•          5 उच्च दर्जाच्या डायलिसिस मशिन्स

मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीतून नाशिक विभागातील 3,542 रुग्णांना 32 कोटी 32 लाखांची मदत अधिक माहितीसाठी

 मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीतून

नाशिक विभागातील 3,542 रुग्णांना 32 कोटी 32 लाखांची मदत

 aao.cmrf-mh@gov.in या ईमेल वर पाठवावीत. अधिक माहिती करिता टोल-फ्री क्रमांक: 1800 123 2211 वर संपर्क साधावा.

        मुंबई, दि. 4 : राज्यातील आर्थिकदृष्ट्या दुर्बल आणि गरजू रुग्णांसाठी मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी कक्ष हा एक विश्वासार्ह आधार ठरत आहे. नाशिक विभागाने आपली कार्यक्षमता सिद्ध करत मागील सात महिन्यांत 3,542 रुग्णांना 32 कोटी 32 लाख 5 हजार रुपयांची भरीव वैद्यकीय मदत केली.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या मार्गदर्शनाखाली या कक्षात पेपरलेस व डिजिटल प्रणाली कार्यान्वित करण्यात आली असूनजिल्हा कक्षांची स्थापना केल्यामुळे रुग्णांना मंत्रालयात धाव घेण्याची गरज उरलेली नाही. 20 गंभीर आजारांसाठी मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीतून मदत केली जातेत्यात कॉक्लियर इम्प्लांट (वय 26 वर्षे)हृदययकृतकिडनीफुफ्फुसबोन मॅरो प्रत्यारोपणकर्करोग शस्त्रक्रिया,  अपघातमेंदूचे आजारहृदयरोगबालकांची शस्त्रक्रियानवजात शिशुंचे आजार त्यासोबतच भाजलेले व विद्युत अपघातग्रस्त आदी रूग्णांच्या उपचाराकरिता मदत केली जाते.

आवश्यक कागदपत्रे

आधार कार्डरेशन कार्डजिओ-टॅग फोटो (रुग्ण दाखल असल्यास अनिवार्य)उत्पन्नाचा दाखला (वार्षिक उत्पन्न 1.60 लाखांपेक्षा कमी असावे)वैद्यकीय अहवाल व खर्चाचे प्रमाणपत्रसंबंधित रुग्णालयाची संगणक प्रणालीवरील नोंद त्यासोबतच अपघातप्रकरणी पोलीस डायरी नोंद आणि अवयव प्रत्यारोपण प्रसंगी झेडटीसीसी  नोंदणी पावती असणे आवश्यक आहे. सर्व कागदपत्रे पीडीएफ स्वरूपात aao.cmrf-mh@gov.in या ईमेल वर पाठवावीत. अधिक माहिती करिता टोल-फ्री क्रमांक: 1800 123 2211 वर संपर्क साधावा.

 नाशिक विभागातील मदतीचा आढावा (1 जानेवारी ते 31 जुलै 2025)

जिल्हा

रुग्णसंख्या         

मंजूर मदत रक्कम

नाशिक            

1,039                 

10 कोटी 35 लाख  24 हजार

जळगाव

795

6 कोटी 99 लाख 45 हजार

धुळे

95

80 लाख 31 हजार

नंदुरबार

38                    

39 लाख 55 हजार

अहमदनगर

1,575                   

13 कोटी 77 लाख 50 हजार

 

 

 

 

 

 

 

कोट----

पेपरलेस प्रणालीडिजिटल तंत्रज्ञान आणि जिल्हास्तरीय कक्षांमुळे गरजू रुग्णांना सहज मदत पोहोचवणे शक्य झाले आहे. मुख्यमंत्री मा.देवेंद्र फडणवीस यांच्या दुरदृष्टीतून सुरू करण्यात आलेल्या जिल्हा कक्षामूळे रूग्ण व नातेवाईकांच्या अनेक समस्या सहज सोडविणे शक्य होत असल्याने आता त्यांना अर्ज करण्यासोबतच वैद्यकिय आर्थिक मदत मिळवणे सोपे बनले आहे.

रामेश्वर नाईक, कक्ष प्रमुख, मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी व धर्मादाय रूग्णालय मदत कक्ष

मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीतून, कोकण विभागातील 2,738 रूग्णांना 25 कोटी 86 लाखांची मदत

 मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीतूनकोकण विभागातील

2,738 रूग्णांना 25 कोटी 86 लाखांची मदत

 

मुंबई, दि. 31 : राज्यातील आर्थिकदृष्ट्या दुर्बल व गरीब रुग्णांसाठी मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी कक्ष हा मोठा आधार बनला आहे. विशेषतः कोकण विभागात मागील सात महिन्यामध्ये 2,738 रूग्णांना तब्बल 25 कोटी 86 लाख 37 हजार रूपयांची मदत दिली गेली आहे.   

             मुख्यमंत्री श्री. देवेंद्र फडणवीस यांच्या सुचनेनुसार पेपरलेस आणि डिजिटल प्रणाली तसेच जिल्हा कक्ष स्थापन करण्यात आले आहेत. ज्यामुळे रुग्णांना मंत्रालयात येण्याची गरज भासत नाही. रुग्णांनी प्रथम महात्मा जोतिराव फुले जन आरोग्य योजनाआयुष्मान भारतराष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रमकिंवा धर्मादाय रुग्णालयांच्या योजनांचा लाभ घ्यावा. जर या योजनांद्वारे उपचार शक्य नसतीलतरमुख्यमंत्री वैद्यकीय सहाय्यता निधी कक्षाकडे संलग्न असणाऱ्या रुग्णालयातून अर्ज करता येतो. यामुळे शासकीय योजनांचा सुयोग्य वापर होतो आणि निधीचा उपयोग खऱ्या गरजू रुग्णांपर्यंत पोहोचत असल्याची माहिती मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी व धर्मादाय रूग्णालय मदत कक्षाचे प्रमुख रामेश्वर नाईक यांनी दिली.

Thursday, 31 July 2025

पुढील चार वर्षात देशातील सर्वोत्तम आरोग्य व्यवस्था महाराष्ट्रात निर्माण करू -मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सिकलसेल, थॅलेसिमिया, ॲनिमियावरील उपचारासाठी नवीन योजना तयार करणार स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटरचे उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे यांची उपस्थिती

 पुढील चार वर्षात देशातील सर्वोत्तम आरोग्य व्यवस्था महाराष्ट्रात निर्माण करू

-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

सिकलसेलथॅलेसिमियाॲनिमियावरील उपचारासाठी नवीन योजना तयार करणार

स्व. भानुताई गडकरी मेमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटरचे उद्घाटन

केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरीपालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे यांची उपस्थिती

नागपूरदि. 27 - प्राथमिक आरोग्य सुविधांच्या दृष्टीने प्रत्येक तीन किलोमीटरमध्ये आरोग्यसेवांचे जाळे निर्माण करण्याचे नियोजन करण्यात आले आहे. येत्या चार वर्षांत देशातील सर्वोत्तम आरोग्य व्यवस्था महाराष्ट्रात निर्माण करण्यात येणार आहे. यासाठी स्वयंसेवी संस्था तसेच नागरिकांचाही सहभाग तितकाच महत्त्वाचा आहे. येत्या काळात सिकलसेलथॅलेसिमियाॲनिमियावरील महागड्या उपचारासाठी एक नवीन योजना तयार करणार असल्याचे प्रतिपादन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी आज येथे केले.

लष्करीबाग येथील कमाल चौकात स्व. भानुताई गडकरी ग्रामीण विकास संस्थेद्वारा संचालित स्व. भानुताई गडकरी मोमोरियल डायग्नोस्टिक सेंटरचे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते उद्घाटन झाले. त्यावेळी ते बोलत होते. यावेळी केंद्रीय रस्ते वाहतूक व महामार्ग मंत्री नितीन गडकरी अध्यक्षस्थानी तर जिल्ह्याचे पालकमंत्री तथा राज्याचे महसूल मंत्री  चंद्रशेखर बावनकुळे आणि स्व. भानुताई गडकरी ग्रामीण विकास संस्थेच्या अध्यक्ष कांचन ताई गडकरी यांची विशेष उपस्थिती होती.

आमदार संदीप जोशीआमदार प्रवीण दटकेआमदार आशीष देशमुखबेंगलुरू येथील महाबोधी सोसायटीचे महासचिव पुज्य भंते आनंद थेरानागपूर येथील रामकृष्ण मठाचे अध्यक्ष  राघवेंद्र स्वामीमाजी मंत्री अॅड. सुलेखा कुंभारेराजेश लोयाविशाखापट्टणम येथील एएमटीझेडचे व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. जितेंद्र शर्मा,माजी महापौर  दयाशंकर तिवारी,  माजी खासदार डॉ. विकास महात्मेमाजी आमदार गिरीश व्यासमाजी आमदार टेकचंद सावरकर आदी मान्यवर उपस्थित होते.

मुख्यमंत्री पुढे म्हणाले कीआरोग्याच्या क्षेत्रात सेवेसोबतच संवेदनेलाही तेवढेच महत्त्व आहे. नितीनजीकडे सेवा आणि संवेदना या दोन्ही गोष्टी आहेत. त्यामुळेच आईच्या नावाने डायग्नोस्टिक सेंटर सुरू करून गरिबांची सेवा करण्याचा विचार त्यांनी केला आणि तो प्रत्यक्षातही उतरवला. हे केंद्र आरोग्य सेवेच्या क्षेत्रात मैलाचा दगड ठरेलअसा विश्वास मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस यांनी यावेळी  व्यक्त केला.

मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस पुढे म्हणालेस्व. भानुताई गडकरी यांच्याकडून नितीनजींना समाजकार्याची प्रेरणा मिळाली. त्यामुळेच ते देशात मोठ्या प्रमाणात काम करू शकत आहेत. समाजातील शेवटच्या व्यक्तीचे कल्याण हा नितीनजींच्या कार्याचा केंद्रबिंदू राहिला आहे. उपेक्षितांना विकासाच्या मुख्य प्रवाहात आणण्यासाठी ते सातत्याने काम करीत आहेत. उद्योगकृषीआरोग्य क्षेत्रात त्यांचे विशेष कार्य आहे. याच मालिकेत डायग्नोस्टिक सेंटरचा समावेश होतो. आरोग्यसेवेच्या क्षेत्रात हे खूप मोठे पाऊल असल्याचे ते म्हणाले.

एकीकडे वैद्यकीय क्षेत्रात विकसित तंत्रज्ञानाचा वापर वाढला असताना सेवांचे शुल्क देखील जास्त आहे. अशात एमआरआय आणि सिटी स्कॅनच्या मशीन्स भारतीय बनावटीच्या असतील तर सेवांचे शुल्क देखील कमी राहील. त्याचवेळी भविष्यात महात्मा फुले जन आरोग्य योजनेची अधिक प्रभावी अंमलबजावणी करण्यासाठी हॉस्पिटल्सची संख्या वाढवावी लागणार आहे. आरोग्य क्षेत्रात काम करीत असताना सेवाभाव आणि संवेदना ह्या गोष्टी आवश्यक असतात. पुढील चार वर्षात देशातील सर्वोत्तम आरोग्य व्यवस्था महाराष्ट्रात निर्माण करण्यात येणार असून सिकलसेलथॅलेसिमियाॲनिमियावरील उपचारासाठी नवीन योजना तयार करणार असल्याचे ते म्हणाले.

Wednesday, 30 July 2025

आयएमएमएएसटी व सार्वजनिक आरोग्य विभाग यांच्यातील करार - परिचारिकांसाठी व्यावहारिक प्रशिक्षणाचा नवा टप्पा

 आयएमएमएएसटी व सार्वजनिक आरोग्य विभाग यांच्यातील करार - परिचारिकांसाठी व्यावहारिक प्रशिक्षणाचा नवा टप्पा

 

आयएमएमएएसटी ही राष्ट्रीय संस्था अतिदक्षता विभागपरिचर्यासर्जरी इत्यादी क्षेत्रातील हायपर-रिॲलिस्टिक सिम्युलेशन आधारित प्रशिक्षणासाठी ओळखली जाते. या कराराअंतर्गत पुढील ३ वर्षांत महाराष्ट्रातील १,००० परिचारिकापरिचारिका विद्यार्थी व सहयोगी आरोग्य सेवा व्यावसायिक यांना आयएमएमएएसटीच्या माध्यमातून अद्ययावत कौशल्यांचे प्रशिक्षण दिले जाणार आहे. राज्यात मास्टर ट्रेनर्स तयार करून प्रशिक्षणाची सातत्यपूर्ण व्यवस्था निर्माण केली जाणार आहे.

 आरोग्य सेवा देणाऱ्या व्यावसायिकांना प्रशिक्षण देऊन त्यांना सक्षम बनवून त्यांचा आत्मविश्वास वाढविण्यास मदत करणार आहे. हा करार ३ वर्षांचा असूनआवश्यकतेनुसार विस्तार केला जाऊ शकतो.

आयएमएमएएसटीने आतापर्यंत २५,००० हून अधिक डॉक्टर आणि नर्सेसना २३ सुपर स्पेशालिटी विभागामध्ये प्रशिक्षण दिले असून३५ हून अधिक देशांमध्ये कार्यरत आहे.

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केंद्रीय आरोग्य सेवा योजनेच्या दरांमध्ये सुधारणा करणार

 केंद्रीय आरोग्य सेवा योजनेच्या दरांमध्ये सुधारणा करणार


                              - केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया


 


मुंबई, दि. 18 : केंद्रीय आरोग्य सेवा योजनेच्या (CGHS) दरांमध्ये सुधारणा करण्याची बाब केंद्र सरकारच्या विचाराधीन असून लवकरच त्यात सुधारणा केली जाईल, अशी ग्वाही केंद्रीय श्रम व रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया यांनी दिली. राज्याचे सार्वजनिक आरोग्य मंत्री प्रकाश आबिटकर यांनी बुधवारी नवी दिल्ली येथे केंद्रीय श्रम व रोजगार मंत्री श्री. मांडविया यांची वरिष्ठ अधिकाऱ्यांच्या शिष्टमंडळासह भेट घेतली.


या भेटीत महाराष्ट्रातील राज्य कामगार विमा योजना रुग्णालयांच्या सद्यस्थितीबाबत सविस्तर चर्चा झाली. राज्यातील कामगार रुग्णालयामध्ये दर्जेदार आरोग्य सुविधा उपलब्ध करून देण्याचे शासनाचे धोरण असुन राज्यातील कामगार रुग्णालयासंबंधीत प्रलंबित प्रश्नांची तातडीने सोडवणूक व्हावी, अशी मागणी आरोग्यमंत्री श्री.आबिटकरांनी यावेळी केली.


राज्यात कामगार विमा सोसायटीची पंधरा रुग्णालये असुन योजनेची संलग्नित असलेल्या 450 खाजगी रुग्णालये व 134 सेवा दवाखान्याच्या माध्यमातून कामगार व सर्वसामान्य नागरिकांसाठी आरोग्य सेवा उपलब्ध करून दिली जाते. राज्यात सद्यस्थितीत 48 लाख 70 हजार 460 विमाधारक कामगार असुन, कामगार व त्यांचे कुटुंबीय मिळून सुमारे दोन कोटी नागरिक विमा योजनेचा लाभ घेतात. केंद्रीय श्रम व रोजगार मंत्री यांच्या भेटीत उल्हासनगर, अंधेरी, कोल्हापूर येथील बांधकामांची सद्यस्थिती, विविध ठिकाणी सुरू असलेल्या रुग्णसेवा बाबतची चर्चा झाली.


कामगार व त्यांचे कुटूंबियांना गुणवत्तापूर्ण आरोग्य सेवा देण्यासाठी राज्याला अधिक निधी देण्याची विनंती आरोग्य मंत्री श्री. आबिटकर यांनी केली. सद्यस्थितीत 21,000 हजार रुपये मासिक उत्पन्न असलेल्या कामगारांना विमा योजनेचा लाभ घेता येतो. ही उत्पन्न मर्यादा 30,000हजार रुपये पर्यंत वाढवण्याची मागणी यावेळी केली. उत्पन्नाची मर्यादा वाढवल्यास विमाधारक कर्मचाऱ्यांची संख्याही वाढेल तसेच अनेक कामगारांना या योजनेचा लाभ घेता येईल, असेही मंत्री श्री.आबिटकर यांनी केंद्रीय मंत्र्यांना सांगितले.


केंद्रीय मंत्री श्री. मांडविया यांनी वरील सर्व प्रश्नांच्या सोडवणुकी बाबतीत सकारात्मक चर्चा केली. तसेच राज्याचे आरोग्य मंत्री यांचे समवेत मुंबईतील अंधेरी येथील ईएसआयएस (ESIS) रुग्णालयास संयुक्त भेट देऊन पाहणी करणार असल्याचे सांगितले आहे. राज्यातील सर्व ईएसआयसी (ESIC) रुग्णालयांबाबत एक सविस्तर आढावा बैठक आयोजित करण्याच्या सूचनाही केंद्रीय मंत्र्यांनी यावेळी दिल्या.


अंधेरी, कोल्हापूर आणि उल्हासनगर येथील ईएसआयसी (ESIC) रुग्णालयांची प्रलंबित कामे लवकरात लवकर पूर्ण करून ती कार्यान्वित करण्यासाठी ईएसआयसी महासंचालकांना सूचना देण्यात येतील, तसेच कुंभमेळ्याच्या पार्श्वभूमीवर नाशिक येथील ईएसआयसी रुग्णालयाची श्रेणीवाढ करण्याबाबतही विचार केला जाईल, असे डॉ.मांडविया यांनी सांगितले.


या भेटीमुळे महाराष्ट्रातील ईएसआयसी ESIC आरोग्य सुविधांच्या सक्षमीकरणाला गती मिळेल आणि विमाधारक कर्मचाऱ्यांसाठी उत्तम आरोग्य सेवा उपलब्ध होतील, असे आरोग्यमंत्री प्रकाश आबिटकर यांनी या भेटीबाबत सांगितले.


या भेटीच्या वेळी आरोग्य सचिव श्री.वीरेंद्र सिंग, ESIC चे आयुक्त श्री.रमेश चव्हाण व इतर अधिकारी उपस्थित होते.


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३ ते १५ ऑगस्ट २०२५ या कालावधीत अवयवदान पंधरवडा साजरा होणार

 ३ ते १५ ऑगस्ट २०२५ या कालावधीत

अवयवदान पंधरवडा साजरा होणार

– सार्वजनिक आरोग्य व कुटुंब कल्याण मंत्री प्रकाश आबिटकर

 

मुंबईदि. २९ : राज्यात ३ ते १५ ऑगस्ट २०२५ दरम्यान राबविण्यात येणाऱ्या अवयवदान पंधरवड्याचे नियोजन प्रभावी व उद्दिष्टपूर्ण असावेअसे निर्देश सार्वजनिक आरोग्य व कुटुंब कल्याण मंत्री प्रकाश आबिटकर यांनी दिले.

मंत्रालयात अवयवदान पंधरवड्याच्या नियोजनासंदर्भात आयोजित आढावा बैठकीत ते बोलत होते. यावेळी सार्वजनिक आरोग्य व कुटुंब कल्याण राज्यमंत्री मेघना साकोरे-बोर्डीकरआरोग्य आयुक्त डॉ. कादंबरी बलकवडेडॉ. शुक्ला यांच्यासह दूरदृष्टी संवाद प्रणालीद्वारे राज्यातील विभागीय अधिकारी  उपस्थित होते.

मंत्री श्री.आबिटकर म्हणाले कीअनेक रुग्ण आजही अवयवांच्या प्रतीक्षेत आहेत. त्यामुळे ठराविक उद्दिष्ट ठेवूनगतीने आणि जनजागृतीवर भर देत काम करणे आवश्यक आहे. १५ ऑगस्ट रोजी अवयवदान करणारे तसेच लाभार्थी रुग्ण यांचा पालकमंत्र्यांच्या हस्ते सत्कार करण्यात यावात्यांना प्रशस्तिपत्र देण्यात यावे आणि माध्यमांसमोर त्यांची मते मांडण्यात यावीतअसेही त्यांनी सांगितले.

प्रशिक्षणकार्यशाळानियोजनपूर्व सूचना यांच्या माध्यमातून सर्व अधिकारी व कर्मचारी यांना मार्गदर्शन करण्यात यावे. आजपर्यंत प्रतीक्षेत असलेल्या रुग्णांना अवयव मिळवून देण्यासाठी सर्व पातळीवर प्रयत्न सुरू ठेवावेत. अवयव दात्यांचा विश्वास मिळवून सकारात्मक वातावरण निर्माण करावे आणि काम गतिमान, परिणामकारक असावेअसेही त्यांनी यावेळी सांगितले.

यावेळी आरोग्य राज्यमंत्री मेघना साकोरे-बोर्डीकर यांनीही मार्गदर्शन करताना सांगितले कीअवयवदानाचे महत्त्व जनतेपर्यंत पोहोचवणे अत्यंत गरजेचे आहे. आरोग्य विभाग व वैद्यकीय शिक्षण विभाग यांच्या संयुक्त प्रयत्नातून अधिकाधिक रुग्णांना अवयव मिळावेतयासाठी पंधरवड्यात प्रभावी कामकाज व्हावेअसे त्यांनी सांगितले.

Tuesday, 29 July 2025

मुख्यमंत्री सहायता निधी धर्मादाय रुग्णालयांचा सहभाग महत्वाचा आहे.

 धर्मादाय  रुग्णालयांचा सहभाग महत्वाचा आहे.भूमिका

या योजनेमध्ये धर्मादाय रुग्णालयांचा सहभाग महत्वाचा आहे. शासनाकडून मिळणाऱ्या करसवलतींच्या बदल्यातया रुग्णालयांना त्यांच्या एकूण खाटांपैकी १० टक्के खाटा वार्षिक उत्पन्न १.८० लाखांपर्यंत असलेल्या कुटुंबांसाठी मोफत राखीव ठेवाव्या लागतात. तर,  १० टक्के खाटा ३.६० लाखांपर्यंत उत्पन्न असलेल्या कुटुंबांसाठी सवलतीच्या दरात उपचाराकरिता राखीव ठेवाव्या लागतात. या व्यवस्थेमुळे गरीब रुग्णांना मोठ्या रुग्णालयांतून उपचार मिळतात. अर्ज प्रक्रिया किंवा इतर कुठल्याही प्रकारच्या माहिती व मार्गदर्शनाकरिता टोल फ्री क्रमांक १८०० १२३ २२११ वर संपर्क साधावा.

मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीचे महत्त्वाचे पाऊल ! क्राउड फंडिंग आणि त्रिपक्षीय सामंजस्य करारातून उपचाराचा मार्ग झाला मोकळा pl share

 मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीचे महत्त्वाचे पाऊल !

क्राउड फंडिंग आणि त्रिपक्षीय सामंजस्य करारातून

उपचाराचा मार्ग झाला मोकळा

 

मुंबई, दि. २१ : राज्यात प्रथमच मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीच्या माध्यमातून क्राउड फंडिंग आणि त्रिपक्षीय सामंजस्य करारातून गरिब व गरजू रूग्णांना उपचार देण्यात येणार आहेत. मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी कक्षाच्या माध्यमातून  ‘त्रिपक्षीय सामंजस्य करार  आणि क्राउड फंडिंग’ या दोन आर्थिक मदतीच्या संकल्पनांवर आधारित ही मदत देण्यात येणार आहे.  त्यात कॉर्पोरेट कंपन्या, दाते आणि रुग्णालये यांचे सहकार्य रूग्णांना मिळणार असूनत्यातून हजारो रुग्णांना दिलासा मिळणार आहे.

आता होणार त्रिपक्षीय सामंजस्य करार

राज्यातील गरजू आणि आर्थिकदृष्ट्या दुर्बल रुग्णांना महागड्या वैद्यकीय उपचारांचा लाभ देता यावा यासाठी मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीच्या पुढाकारातून त्रिपक्षीय करार लवकरच करण्यात येणार आहे. यात मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी कक्ष, कार्पोरेट कंपनी, रूग्णालय आणि त्यासोबत काही प्रमाणात रूग्णांचेही योगदान अपेक्षित आहेत.

क्राउड फंडिंगच्या माध्यमातून मिळणार मदत

राज्यात प्रथमच मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीमधून रूग्णांसाठी क्राउड फंडिंग सुरू करण्यात येत आहे. ज्या रुग्णांच्या उपचाराचा खर्च १० लाखांपेक्षा अधिक असेल, असे दुर्धर व गंभीर आजाराचे रूग्ण क्राउड फंडिंगसाठी पात्र ठरणार आहेत. या अशा रूग्णांना कक्षा तर्फे बनविण्यात आलेल्या स्वतंत्र पोर्टल मार्फत अर्ज सादर करावा लागणार आहे.

तीन महिन्याच्या कालावधीत हे पोर्टल कार्यरत होणार आहे. ज्यावेळी रूग्णांच्या उपचाराचा खर्च कोट्यावधीमध्ये असतो, त्यावेळी सर्व योजनांचा फायदा घेवूनही निधीची कमतरता भासते, त्यावेळी क्राउड फंडिंग महत्त्वाचे ठरणार आहे.   

रूग्णांच्या पात्रतेची तपासणी आणि पारदर्शक प्रक्रियेसाठी नियामक यंत्रणा स्थापन करण्यात येणार आहे.  ही सुविधा ग्रामीण आणि शहरी भागातील गरजू रुग्णांसाठी वरदान ठरेल.

मुख्यमंत्री सहाय्यता निधीकॉर्पोरेट कंपन्या / दाते‘एनजीओ’ आणि रुग्णालय मिळून रुग्णांच्या उपचाराकरिता मदत करणार आहेत. तीन महिन्यांच्या कालावधीत क्राउड फंडिंग सुरू केले जाणार आहे.  रूग्णांनी फक्त आमच्याकडे अर्ज करावा, उर्वरित जबाबदारी  मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी कक्षाकडून पार पाडण्यात येणार आहे. रूग्णांना वेळेत उपचार मिळावेत याकरिता मुख्यमंत्री मा.श्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या विचारातून ही संकल्पना प्रत्यक्षात उतरवली जात आहे. असे मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी व धर्मादाय रूग्णालय मदत कक्ष प्रमुख श्री रामेश्वर नाईक यांनी कळविले आहे.

आरोग्य क्षेत्रात सामाजिक संस्थांचे योगदान मोलाचेगांधार फाउंडेशनच्या मोफत डायलिसिस सेंटरचे उद्घाटन

 आरोग्य क्षेत्रात सामाजिक संस्थांचे योगदान मोलाचे

- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

गांधार फाउंडेशनच्या मोफत डायलिसिस सेंटरचे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते उद्घाटन

 

मुंबईदि. 21 :-  राज्यात आरोग्यसेवा अधिक सक्षम करत सामान्य माणसाला दर्जेदार आरोग्य सेवा मिळाव्यातयासाठी शासन विविध योजनाउपक्रम राबवत आहे. शासनाच्या या योजना उपक्रमाबरोबरच सामान्य माणसाला अत्यावश्यक आरोग्य सेवा मिळण्यासाठी सामाजिक संस्थांचे योगदान मोलाचे ठरत असल्याचे प्रतिपादन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी केले.

गांधार फाउंडेशनतर्फे डीएचएल पार्क, गोरेगाव पश्चिम येथे उभारण्यात आलेल्या अत्याधुनिक मोफत डायलिसिस सेंटरचे उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते करण्यात आले. या कार्यक्रमात मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस बोलत होते.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस म्हणालेराज्यातील कोणताही रुग्ण आरोग्यसेवेपासून वंचित राहू नयेत्याला वेळेत उपचार मिळावेत हा शासनाचा प्रयत्न आहे. यासाठी राज्यात महात्मा फुले जन आरोग्य योजनेतून पाच लाखांपर्यंतचे उपचार मोफत दिले जातात. किडनी विकार असलेल्या रुग्णांना वेळेवर आणि अत्याधुनिक उपचार उपलब्ध करून देण्यासाठी गांधार फाउंडेशनने मोफत डायलिसिस सेंटर सुरू करून आरोग्यसेवेत उचलेले पाऊल अत्यंत कौतुकास्पद आहे. सामाजिक उत्तरदायित्व जपत मोफत डायलिसिस सेंटरच्या माध्यमातून रुग्ण सेवेचा घेतलेला हा वसा सामाजिक क्षेत्रात काम करणाऱ्यांसाठी प्रेरणादायी असल्याचेही मुख्यमंत्री फडणवीस म्हणाले.

गांधार फाउंडेशनमार्फत या डायलिसिस सेंटरमधून दररोज 30 रुग्णांना मोफत डायलिसिस उपचार देण्यात येणार असल्याचे यावेळी सांगण्यात आले.

यावेळी आमदार विद्या ठाकूर आणि आमदार योगेश सागर यांनी मनोगत व्यक्त केले.

या कार्यक्रमात गांधार फाउंडेशनच्यावतीने मुख्यमंत्री सहायता निधीसाठी 21 लाख रुपयांचा धनादेश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्याकडे सुपूर्द करण्यात आला.

कार्यक्रमास आमदार विद्या ठाकूरआमदार योगेश सागरआमदार अतुल भातखळकरप्रवीण दरेकरगांधार ग्रुप ऑफ कंपनीचे चेअरमन रमेश पारेखडॉक्टर श्याम अग्रवालसमीर पारेख आदी उपस्थित होते.

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मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते क्षयरोगमुक्त नागपूर मोहिमेचा शुभारंभ

 मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते क्षयरोगमुक्त नागपूर मोहिमेचा शुभारंभ

 

नागपूरदि 27 : संसर्गजन्य म्हणून ओळखल्या जाणाऱ्या क्षयरूग्णांवर वेळीच निदान आणि वेळीच उपचार झाला तर यातून संसर्गाचा धोका उरत नाही. नागपूर महानगरात उपचारा अभावी कोणताही क्षयरोग रूग्ण राहू नये यादृष्टीने इंदिरा गांधी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय नागपूर वतीने फिरते क्षयरोग निदान व तपासणी केंद्राच्या वाहनाला मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते हिरवी झेंडी दाखवून रवाना करण्यात आले. यावेळी आमदार प्रविण दटकेडॉ. आशिष देशमुखजिल्हाधिकारी डॉ. विपीन इटनकरदयाशंकर तिवारीअधिष्ठता डॉ. रवि चव्हाण व मान्यवर उपस्थित होते. नागपूर महानगरातील सुमारे 1 लाख उच्च जोखमीच्या व्यक्तींची या मोहिमेद्वारे तपासणी केली जाणार आहे.

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बालकांच्या चेहऱ्यावरील दुभंगलेले ओठ (क्लेफ्ट) व फाटलेल्या टाळू (पॅलेट) या जन्मजात विकारावर उपचार आणि जनजागृती

 महा स्माईल्स’ मोहिमेमुळे विदर्भातील निष्पाप चेहऱ्यांवर फुलणार हसू

मुख्यमंत्री यांच्या संवेदनशील पुढाकाराने हे शक्य

 

मुंबईदि. 27 : बालकांच्या चेहऱ्यावरील दुभंगलेले ओठ (क्लेफ्ट) व फाटलेल्या टाळू (पॅलेट) या जन्मजात विकारावर उपचार आणि जनजागृती करून या बालकांच्या निरागस चेहऱ्यावर हसू फुलविण्याचे काम महा स्माईल्स मोहीमेमुळे आणि मुख्यमंत्री  देवेंद्र फडणवीस यांच्या सवंदेनशील पुढाकारातून हे शक्य होणार आहे. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांचे हे ध्येय असून यासाठी त्यांनी विदर्भातील अशा बालकांवर उपचार आणि जनजागृतीची गरज ओळखत स्वयंसेवी संस्थांना आवाहन केले.

मुख्यमंत्री श्री.फडणवीस यांच्या आवाहनाला स्माईल ट्रेन इंडिया’ ही स्वयंसेवी संस्था आणि बजाज फिनसर्वच्या शेफाली बजाज यांनी सकारात्मक प्रतिसाद दिला. त्यामुळे मुख्यमंत्र्यांचे हे स्वप्न आता मिशन मोडवर साकार होतांना दिसत आहे. 

स्माईल ट्रेन इंडिया’ ही आंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था आणि बजाज फिनसर्व यांच्या सामाजिक उत्तरदायित्वातून आता ही मोहीम पूर्णपणे मोफत राबविली जाणार आहे. महा स्माईल्स क्लेफ्ट जनजागृती आणि उपचार मोहीम’ ही केवळ वैद्यकीय मोहीम नसूनहजारो बालकांना नवजीवन देणारी एक आशावादी चळवळ ठरणार आहे.

            या आगळ्यावेगळ्या मोहिमेचा शुभारंभ नागपूर येथे 31 जुलै 2025 रोजी सकाळी 11 ते दुपारी 12.30 या वेळेत स्वामी विवेकांनद मेडिकल मिशन हॉस्पिटलखापरीयेथून होणार आहे.

या पहिल्यावहिल्या उपक्रमाअंतर्गत पुढील 90 दिवसांत तीन विशेष मोबाईल व्हॅन विदर्भातील संपूर्ण 11 जिल्ह्यात फिरून लोकांमध्ये क्लेफ्ट विकाराविषयी माहिती देणार आहेत. यामध्ये लवकर निदानउपचाराची शिफारस आणि गरजू बालकांसाठी मोफत शस्त्रक्रियांची नोंदणी असे विविध उपक्रम राबवले जाणार आहेत. या बालकांवर नागपूरगोंदियाअकोलावर्धा येथील रूग्णालयात शस्त्रक्रिया केल्या जाणार आहेत. 

क्लेफ्ट विकार हा जन्मजात असून यात ओठ आणि टाळू हे दुभंगलेले असतात. जवळपास 700 मुलांपैकी एका मुलांमध्ये हा विकार दिसून येतो. यावर शस्त्रक्रिया करूनच हा विकास दूर करता येते. वेळीच उपचार केले नाहीत तर कान बधिर होणेबोलण्यात अडथळा येणे अशा वेगवेगळ्या व्यंगासोबत सामाजिक एकटेपणा येऊ शकतो. तथापि या विकारावर उपचार असून 6-7 शस्त्रक्रियेनंतर यावर पूर्णपणे मात करता येते. या सर्व शस्त्रक्रिया खर्चिक असल्याने आर्थिक दुर्बल कुटुंबातील व्यक्तींना ते परवडणारे नाही. म्हणूनच संवेदशील मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस यांनी क्लेफ्ट वरील उपचार संपूर्ण मोफत व्हावेयासाठी या विशेष मोहिमेचे आयोजन केले आहे.

क्लेफ्ट विकार असलेल्या बालकांना वेळेवर उपचार मिळाल्यास त्यांचे जीवन पूर्णतः सामान्य होऊ शकते. यासाठी केवळ उपचारच नव्हेतर जागरूकता ही देखील तितकीच गरजेची आहे. त्यामुळे महा स्माईल्स’ ही मोहीम विदर्भातील बालकांसाठी आरोग्यदूत ठरणारी आहे. या मोहिमेमुळे ग्रामीण आणि आदिवासी भागातील हजारो कुटुंबांना एक नवीन आशेचा किरण दिसणार आहे. अपूर्ण माहितीमुळे दुर्लक्षित राहिलेल्या समस्येवर आता तज्ज्ञांच्या मदतीने प्रभावी उपचार मिळणार आहे. 

स्माईल ट्रेन आणि बजाज फिनसर्व यांच्या सहकार्याने महाराष्ट्राच्या 11 जिल्ह्यातील मुलांमध्ये जन्मजात आलेले दुभंगलेले ओठ आणि टाळू विकार दूर होऊन त्यांच्या जीवनात आशेचा किरण निर्माण होणार आहेअसा विश्वास मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस यांनी व्यक्त केला आहे.

 

Monday, 28 July 2025

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते क्षयरोगमुक्त नागपूर मोहिमेचा शुभारंभ

 मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते क्षयरोगमुक्त नागपूर मोहिमेचा शुभारंभ

 

नागपूरदि 27 : संसर्गजन्य म्हणून ओळखल्या जाणाऱ्या क्षयरूग्णांवर वेळीच निदान आणि वेळीच उपचार झाला तर यातून संसर्गाचा धोका उरत नाही. नागपूर महानगरात उपचारा अभावी कोणताही क्षयरोग रूग्ण राहू नये यादृष्टीने इंदिरा गांधी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय नागपूर वतीने फिरते क्षयरोग निदान व तपासणी केंद्राच्या वाहनाला मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते हिरवी झेंडी दाखवून रवाना करण्यात आले. यावेळी आमदार प्रविण दटकेडॉ. आशिष देशमुखजिल्हाधिकारी डॉ. विपीन इटनकरदयाशंकर तिवारीअधिष्ठता डॉ. रवि चव्हाण व मान्यवर उपस्थित होते. नागपूर महानगरातील सुमारे 1 लाख उच्च जोखमीच्या व्यक्तींची या मोहिमेद्वारे तपासणी केली जाणार आहे.

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Governor Visits Cancer Awareness Camp for Raj Bhavan staff

 Governor Visits Cancer Awareness Camp for Raj Bhavan staff

 

Mumbai Dated 25 : Maharashtra Governor C. P. Radhakrishnan today (25 July) visited the Cancer Awareness Camp held at Raj Bhavan Club for officers and staff of Raj Bhavan and their families.

He took a detailed review of the awareness and health check-up programme. During his visit, the Governor emphasized the importance of regular pre-cancer screening, especially for women and girls.

The Governor stated that such camps must be organized frequently to spread awareness about cancer and the importance of early detection.

The Governor stressed that early screening helps in timely diagnosis and treatment, which can save lives. He appealed to the general public to participate in such camps and take advantage of the tests available.

The Cancer Awareness Camp and a special lecture were organized at the Raj Bhavan Club in collaboration with the Raj Bhavan Dispensary and the Cancer Patients Aid Association.

Free cancer screening camps were also held on 25th and 26th July, focusing on early detection.

The camp included cervical cancer prevention vaccination for girls and women aged 7 to 18. Various tests such as CBC, Mammography, Pap Smear, HPV Test, ENT Check-up, and Prostate (PSA) Test were conducted for men and women. The camp saw active participation from doctors, staff, cancer patients, and members of the Raj Bhavan family.

 

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