दुनियाभर के दर्शकों के दिलों को छूने वाली कहानियाँ” – विशेष परिचर्चा सत्र
,
प्रसारण, सिनेमा और साहित्य का वेव्स 2025 में संगम
मुंबई, 3 मई – पहली बार आयोजित वेव्स 2025 शिखर सम्मेलन में “दुनियाभर के दर्शकों के दिलों को छूने वाली कहानियाँ” विषय पर आधारित एक विशेष सत्र में विभिन्न क्षेत्रों की चर्चित हस्तियों ने भाग लिया। इस पैनल में नेशनल जिओग्राफिक सोसायटी की प्रमुख स्टोरीटेलिंग अधिकारी केटलिन यार्नाल, वॉल्ट डिज़्नी कंपनी के ईवीपी और कॉर्पोरेट विकास प्रमुख जस्टिन वॉरब्रुक, अमेज़न प्राइम वीडियो की इंटरनेशनल विभाग की उपाध्यक्ष केली डे, बीबीसी स्टूडियोज एशिया के ईवीपी और महाप्रबंधक फिल हार्डमैन, प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक राजकुमार हिरानी और बेस्टसेलिंग लेखक व राजनीतिक विश्लेषक अनीश त्रिपाठी ने भाग लिया। चर्चा का संचालन एक होस्ट द्वारा किया गया।
यह सत्र वैश्विक मीडिया, मनोरंजन और साहित्यिक जगत के दूरदर्शी नेताओं और अनुभवी कहानीकारों को एक मंच पर लाया, जिन्होंने कहानी कहने के बदलते स्वरूप और उसके प्रभाव पर विचार साझा किए। प्रसारण, फिल्म और साहित्य जगत के वक्ताओं ने बताया कि किस तरह प्रभावशाली कहानियाँ सीमाओं के पार जाती हैं, संस्कृतियों को आकार देती हैं और दुनिया भर के लोगों को जोड़ती हैं।
इस चर्चा में वैश्विक कहानी कहने को प्रेरित करने वाले रणनीतिक, रचनात्मक और भावनात्मक कारकों पर विशेष ध्यान दिया गया, और इनका दृष्टिकोण, संस्कृति व सामाजिक बदलावों पर पड़ने वाले गहरे प्रभाव को रेखांकित किया गया।
केटलिन यार्नाल (नेशनल जिओग्राफिक) ने विज्ञान, खोज और दृश्यात्मक कथानक के संयोजन से वैश्विक दर्शकों को आकर्षित करने वाली सशक्त कहानियाँ रचने की रणनीति साझा की। उन्होंने स्टोरीटेलिंग में सत्यता और उत्कृष्टता के महत्व पर बल दिया और यह भी बताया कि दर्शकों से जुड़ने वाली प्रामाणिक सामग्री तैयार करने में क्या चुनौतियाँ और अवसर होते हैं।
जस्टिन वॉरब्रुक (वॉल्ट डिज़्नी) ने भारत को डिज़्नी की शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए इसे दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला और सबसे तेजी से बढ़ता मीडिया और मनोरंजन बाज़ार कहा। उन्होंने डिज़्नी की भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी का उल्लेख करते हुए बताया कि यह सहयोग कैसे सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ाता है और वैश्विक दर्शकों को कहानियों के ज़रिए एक-दूसरे के करीब लाता है।
केली डे (अमेज़न प्राइम वीडियो) ने वैश्विक विस्तार और कंटेंट स्ट्रेटेजी पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार प्लेटफॉर्म विभिन्न महाद्वीपों में स्थानीय रूप से जुड़ी विविध कहानियाँ दर्शकों तक पहुँचाता है। उन्होंने यह भी कहा कि सफलता की कुंजी है – सशक्त स्टोरीटेलिंग, स्थानीय दर्शकों की पसंद को समझना और उपयुक्त फॉर्मेट व शैली का चयन करना।
फिल हार्डमैन (बीबीसी स्टूडियोज एशिया) ने एशियाई दर्शकों के लिए चयनित ब्रिटिश सामग्री के वितरण के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने गुणवत्ता वाली सामग्री की स्थायी ताकत पर ज़ोर देते हुए बीबीसी के शिक्षा और जानकारी देने के मिशन की बात की, और बताया कि इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कैसे अर्थपूर्ण कहानियों की खोज कर उन्हें दर्शकों तक पहुँचाया जाता है।
भारत के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक राजकुमार हिरानी ने कहा कि कहानी कहने की प्रक्रिया स्वाभाविक रूप से व्यक्तिपरक होती है और हर व्यक्ति पर उसका प्रभाव अलग होता है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर आशावाद व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक मूल्यवान उपकरण है जो रचनात्मकता और स्टोरीटेलिंग शैली को समृद्ध कर सकता है।
0000
No comments:
Post a Comment