किसानों ने की सफलता की कहानियाँ साझा
मुख्यमंत्री फडणवीस ने प्रधानमंत्री मोदी को विभिन्न लाभार्थी किसानों से परिचित कराया। प्रधानमंत्री ने उनसे सीधे बातचीत कर उनकी सफलता की कहानियाँ सुनीं :
नाशिक (सटाणा – किकवारी) : किसान सुनील सिताराम काकुलते ने कुसुम-सी योजना से 40 एकड़ भूमि सिंचाई के दायरे में लाई। उनकी आय सालाना 2 लाख रुपये बढ़ी और 50–60 लोगों को रोजगार मिला।
अकोला (बार्शी टाकली – भेंडी महळ) : किसान तुषार वानखेड़े ने 6.5 एकड़ में 10 मेगावाट का सौर प्रोजेक्ट लगाया। पहले बिजली न मिलने से केवल चना बोते थे। अब पपीता और केला उगाकर 35 हजार की बजाय 80 हजार रुपये की आय हो रही है।
जालना (जाफराबाद – सतेफाड़) : किसान सुरत जटाळे ने 5 एचपी का सौर पंप लगाया। उनकी सालाना आय 60 हजार रुपये से बढ़कर 1.5 लाख रुपये हो गई।
जालना (बापकाळ) : किसान ताई किशोर सावंत ने 3 एचपी का सौर पंप लगाया। सोयाबीन उत्पादन बढ़ा और अतिरिक्त बिजली का घरेलू उपयोग हो रहा है।
पुणे (आंबेगांव – माई वस्ती) : किसान माधुरी धुमाल ने 10 एकड़ में 10 मेगावाट का प्रोजेक्ट लगाया। वार्षिक आय 15 लाख रुपये हो रही है और क्षेत्र के किसानों को दिन में बिजली मिल रही है।
धुले (शिरपुर – वाकवड) : किसान चंदू पावरा ने 7.5 एचपी सौर पंप लगाया। अब मक्का, गेहूं और मूंगफली जैसी फसलें हो रही हैं।
सातारा : किसान गोपाल महल्ले ने सौर प्रोजेक्ट से 1,700 लोगों को बिजली उपलब्ध कराई। ग्राम पंचायत को 5 लाख रुपये वार्षिक आय मिल रही है और किसानों को दिन में बिजली से फायदा हो रहा है।
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