अहिल्यानगर-पुणे रेल मार्ग के लिए प्रयास – मुख्यमंत्री
इस कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, विदर्भ से पुणे जाने वालों की संख्या बड़ी है और वर्तमान में यात्रियों को महंगा टिकट लेकर निजी गाड़ियों से यात्रा करनी पड़ती है, साथ ही इसमें अधिक समय भी लगता है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने रेल मंत्री से नागपुर-पुणे रेल गाड़ी शुरू करने का अनुरोध किया था, जिसके सकारात्मक प्रतिसाद से यह सेवा शुरू हुई। नागपुर-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस देश की सभी वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ियों में सबसे लंबी दूरी तय करने वाली गाड़ी है। वर्तमान में अहिल्यानगर-दौंड मार्ग से पुणे जाने वाली गाड़ी को 100 से 125 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है। इसका समाधान करने के लिए रेल मंत्रालय को सुझाव दिया गया है कि नगर से पुणे के बीच सीधा मार्ग बनाया जाए, जिससे यात्रा की दूरी और समय दोनों कम होंगे। आने वाले समय में इस पर योजना बनाई जाएगी। छत्रपति संभाजीनगर, अहिल्यानगर और पुणे यह औद्योगिक पट्टी है और यहां का विकास करना है तो रेलवे के नए मार्ग बनाना आवश्यक है। इसके अनुसार छत्रपति संभाजीनगर से पुणे नया एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा और उसके 'राइट ऑफ वे' में इस रेल मार्ग का विचार किया जाए तो यात्रा की दूरी और भी कम की जा सकती है, ऐसा उन्होंने कहा।
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