मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की संकल्पना से ‘दिशा अभियान’ का सफल क्रियान्वयन
महाराष्ट्र अभियान में देश में अग्रणी, विशेष बच्चों की शिक्षा में नया आदर्श
मुंबई, दिनांक 10 : बौद्धिक अक्षमता वाले विद्यार्थियों के लिए समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा दिखाने वाला ‘दिशा अभियान’ महाराष्ट्र में सफलतापूर्वक लागू किया गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की दूरदर्शी संकल्पना से आकार लेने वाले ‘दिशा अभियान’ ने बौद्धिक अक्षमता वाले विद्यार्थियों की शिक्षा में अभूतपूर्व बदलाव लाया है। महाराष्ट्र में इस पहल के अत्यंत प्रभावी और सफल क्रियान्वयन से पूरे देश के लिए एक आदर्श स्थापित किया गया है। जय वकील फाउंडेशन द्वारा विकसित और नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विथ इंटेलेक्चुअल डिसएबिलिटीज (NIEPID) द्वारा मान्यता प्राप्त यह अभिनव पाठ्यक्रम राज्य के 453 विशेष विद्यालयों में लागू किया गया है, इसकी जानकारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी।
मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र, दिव्यांगों की आवश्यकताओं को प्राथमिकता देने वाला देश का पहला राज्य है। दिव्यांगों के लिए स्वतंत्र विभाग शुरू करने वाला भी महाराष्ट्र पहला राज्य है और दिशा अभियान की वजह से विशेष विद्यार्थियों को समान अवसर देने वाली गुणवत्तापूर्ण शिक्षा संभव हुई है। यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के समावेशी और स्वावलंबी समाज के दृष्टिकोण के अनुरूप है। सन 1944 में स्थापित जय वकील फाउंडेशन ने अपने 80 वर्षों के अनुभव पर आधारित, शोध-आधारित और सार्वभौमिक पद्धतियों पर आधारित पाठ्यक्रम विकसित किया है। यह पाठ्यक्रम NIEPID (दिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय संस्था) से प्रमाणित है।
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