इंसान को मशीन न बनने देकर उसे और संवेदनशील बनाना जरूरी – पीएम मोदी
"हमें इंसान को मशीन नहीं बनने देना है, बल्कि उसे और समृद्ध और संवेदनशील बनाना है," प्रधानमंत्री ने कहा। इंसानी प्रगति केवल सूचना, तकनीक या गति से नहीं मापी जा सकती – संगीत, कला और नृत्य को भी समान महत्व देना होगा। रचनात्मक व्यक्ति अपनी ऊर्जा और कार्यक्षमता से रचनात्मक क्रांति को नया आकार दे सकते हैं। उन्होंने वैश्विक रचनात्मक लोगों से भारत को रचनात्मकता का केंद्र बनाने का आह्वान किया।
आज दुनिया नई तरह से कहानियाँ और विचार प्रस्तुत करने के रास्ते खोज रही है। ऐसे समय में भारत के पास हजारों वर्षों की कहानियों और विचारों का बहुमूल्य खजाना है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस खजाने को दुनिया के हर कोने तक पहुँचाने और आने वाली पीढ़ी के सामने उसे नवीन और रोचक तरीके से प्रस्तुत करने का आह्वान किया।
No comments:
Post a Comment