लुटारु बोले, चौकीदार
को।
दरवाजे पे क्यु अडा हो॥
मेरे साथ खडा हो।
खेलेंगे हम ऑख मिचौली॥
तु चोर मै सिपाही......।
चौकीदारी काम है
तेरा।
लुटना है काम मेरा॥
न खाता है ना खिलाता
है।
ना पिता है ना पिलाता है॥
रात दिन जागता रहता
है।
लुटारु की निंद उडा देता है॥
चौकीदार नेक होता है।
फिर भी उसपे शक होता है॥
दुनिया का दस्तुर
है यारो।
घुमरो घुमरो लुटारु के संग घुमरो॥
गरीबों की दुनियादारी।
रहती है, सिर्फ चौकीदारी॥
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