क्लेफ्ट विकार एक जन्मजात स्थिति है जिसमें होंठ और तालु फटे हुए होते हैं। अनुमानतः हर 700 बच्चों में से एक को यह विकार होता है। इसका एकमात्र इलाज शल्यचिकित्सा है। यदि समय पर उपचार न किया जाए, तो बच्चों को सुनने में कठिनाई, बोलने में परेशानी और सामाजिक बहिष्कार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, इस पर पूरी तरह काबू पाया जा सकता है – आमतौर पर 6-7 सर्जरी के बाद। ये सर्जरी महंगी होती हैं, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए उपचार कराना कठिन हो जाता है। इसी कारण मुख्यमंत्री फडणवीस ने पूरी तरह मुफ्त इलाज की यह विशेष पहल शुरू की है।
यदि क्लेफ्ट विकार से ग्रस्त बच्चों को समय पर इलाज मिले, तो वे सामान्य जीवन जी सकते हैं। इसलिए सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि जनजागरूकता भी उतनी ही आवश्यक है। यही कारण है कि ‘महा स्माइल्स’ अभियान विदर्भ के बच्चों के लिए स्वास्थ्यदूत साबित होने जा रहा है। यह अभियान ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के हजारों परिवारों के लिए नई आशा की किरण बनकर उभरेगा। अब तक जानकारी के अभाव में उपेक्षित इस समस्या का समाधान विशेषज्ञों की मदद से संभव होगा।
मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस ने विश्वास व्यक्त किया है कि स्माइल ट्रेन और बजाज फिनसर्व के सहयोग से महाराष्ट्र के 11 जिलों में जन्मजात फटे होंठ और तालु की समस्या से जूझ रहे बच्चों के जीवन में आशा और मुस्कान लौटेगी।
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