Saturday, 11 December 2021

 ✍🏻✍🏻

   🌷 बोधवाक्य .............

*नदी का पानी मीठा होता है, क्योंकि वो पानी देती रहती है ! सागर का पानी खारा होता है, क्योंकि वो हमेशा लेता रहता है ! नाले का पानी हमेशा दुर्गंध देता है, क्योंकि वो रुका हुआ होता है !* 

*यही जिंदगी है, देते रहोगे तो सबको मीठे लगोगे ! लेते रहोगे तो सबको खारे लगोगे ! अगर रुक गए तो, बेकार लगोगे !*

     💙🙏🏻🙏🏻💙✍🏻✍🏻

No comments:

Post a Comment

Featured post

Lakshvedhi