लुटारे कहते है,
चौकीदार को ?
माल तो हमारे पास है,
तो दरवाजा मे क्या खास है ?
दरवाजा को छोड दो,
नाता हमसे जोड दो,
हाथी भी हमारे साथ है,
हाथो मे सबके हाथ है।
अब लगाएैगे हम चौका,
फिर कभी न देगे आपको मौका।
आपका साथ, हमारा विकास,
देश का हो जाए सर्वनाश।
कदम कदम बढाएँगे,
खुशी के गीत गाऍगे।
ये कौम की है जिंदगी
कौमको ही मिटाएँगे॥
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