महाराष्ट्र की जेल लाइब्रेरियों के लिए राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन कोलकाता की ओर से बुककेस और बुकरैक देने का निर्णय
जेल में पठन संस्कृति को प्रोत्साहन; बंदियों के लिए पढ़ने का नया अवसर
मुंबई, दिनांक 10 – जेल के बंदी भाइयों के सामाजिक, शैक्षणिक हित को ध्यान में रखते हुए, उनमें सुधार और पुनर्वास के दृष्टिकोण से राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन की समान निधि योजना अंतर्गत, राज्य के 60 जेल लाइब्रेरियों के लिए प्रत्येक को एक बुककेस और एक बुकरैक देने का निर्णय लिया गया है। जेल के बंदियों में पढ़ने की रुचि विकसित हो, उन्हें पढ़ने का अवसर मिले, और उनके जीवन को देखने का दृष्टिकोण सकारात्मक बने-इस उद्देश्य से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस संबंध में अनुकरण करने के निर्देश दिए थे।
राज्य के प्रत्येक जेल में बंदियों को पढ़ने का अवसर उपलब्ध कराने और उनमें पढ़ने की आदत विकसित करने, जिससे उनके जीवन दृष्टिकोण में बदलाव आए और उनके सामाजिक हित को ध्यान में रखते हुए, उनमें अच्छे सुधार के लिए, लाइब्रेरी संचालनालय के सहयोग से बुककेस और बुकरैक उपलब्ध कराने की सूचना दी गई थी।
राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन, कोलकाता की विभिन्न योजनाओं का लाभ राज्य की लाइब्रेरियों को कैसे मिल सकता है, इस पर विचार करने के लिए राज्य लाइब्रेरी योजना समिति की 13 दिसंबर 2024 की बैठक में निर्णय लिया गया था। उसके अनुसार राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन से अनुरोध कर, राज्य सरकार की ओर से उसका अनुकरण किया गया।
इसके अनुसार राज्य के 60 जेल लाइब्रेरियों को प्रत्येक एक बुककेस और एक बुकरैक मंजूर किए गए हैं और शीघ्र ही जेल लाइब्रेरियों को उपलब्ध कराए जाएंगे। इस सामाजिक पहल के कारण लाइब्रेरियां केवल पुस्तकों को रखने की जगह न रहकर, ज्ञानवर्धक और आकर्षक पठन केंद्र के रूप में विकसित होंगी। राज्य में पठन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अन्य लाइब्रेरियों को भी ऐसी सामाजिक योजनाओं का लाभ लेने के लिए आगे आने का राज्य सरकार की ओर से आह्वान किया गया है।
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