अगर कोई मक्खी सब्जी तौलते हुए तराजू पर बैठ जाए तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन वही मक्खी अगर सोना तौलने के तराजू पर बैठ जाए तो उसकी कीमत पाँच हजार रुपये होगी
हम कहाँ बैठते हैं?
हम किस के साथ बैठते हैं?
उसी के हिसाब से हमारा मूल्य निर्धारित होता है ,हमेशा अच्छी संगत, अच्छे लोग, अच्छे मित्र और अपने परिवार के साथ उठना बैठना चाहिए…
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