नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सितंबर महीने में पहली उड़ान "टेक ऑफ" करेगी
दुनिया की सबसे तेज़ "बैगेज क्लेम" प्रणाली होगी कार्यान्वित
· मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
रायगढ़, 12 जुलाई: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज कहा कि नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दुनिया की सबसे तेज "बैग क्लेम प्रणाली" विकसित की जानी चाहिए, और यह इस हवाई अड्डे की एक प्रमुख विशेषता होनी चाहिए। उन्होंने यह बात यहां चल रहे हवाई अड्डे के निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हवाई अड्डे का 94 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, और शेष 6 प्रतिशत कार्य सितंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही सितंबर महीने में ही इस हवाई अड्डे से पहली यात्री उड़ान शुरू होगी, इसकी उन्होंने गारंटी दी।
मुख्यमंत्री फडणवीस नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रगति कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, वन मंत्री गणेश नाइक, पूर्व सांसद रामशेठ ठाकुर, विधायक प्रशांत ठाकुर, महेश बालदी, मंदा म्हात्रे, सिडको के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक विजय सिंघल, विभागीय आयुक्त विजय सूर्यवंशी, जिलाधिकारी किसन जावळे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नेहा भोसले, सिडको के सह प्रबंध संचालक शंतनु गोयल, राजा दयानिधि, गणेश देशमुख, मुख्य सतर्कता अधिकारी सुरेश मेंगडे, गीता पिल्लई, नवी मुंबई महानगरपालिका आयुक्त कैलास शिंदे, नवी मुंबई पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे, सह पुलिस आयुक्त संजय सिंह येनपुरे, उपायुक्त रश्मी नांदेडकर समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस और उपमुख्यमंत्री शिंदे ने अन्य प्रमुखों के साथ मिलकर हवाई अड्डे पर जारी कार्यों का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं का विशेष रूप से जायजा लिया।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अपने पहले और दूसरे चरण में 2 करोड़ यात्रियों और 0.8 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो की संभाल क्षमता रखता है। यह हवाई अड्डा सितंबर 2025 में चालू होने के लिए तैयार हो रहा है। इसका भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुआ था, और उद्घाटन भी उन्हीं के हाथों किया जाएगा, इस बात की भी उन्होंने खुशी जाहिर की।
कार्य निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों को परियोजना की स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10 जून 2022 को सिडको द्वारा 1160 हेक्टेयर की पूरी भूमि पर 100% प्रवेश और मार्गाधिकार की अनुमति NMIAL को प्रदान की गई थी। सभी पुनर्वास कार्य पूर्ण हो चुके हैं, और सिडको ने भूमि अधिग्रहण एवं पुनर्वास पर लगभग 2000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
No comments:
Post a Comment