Monday, 14 April 2025

गुरु अपने लिए नहीं, समाज के लिए लड़ते हैं; यह आदर्श आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचना

 गुरु अपने लिए नहींसमाज के लिए लड़ते हैं;

यह आदर्श आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचना चाहिए

- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

 

ठाणे14 अप्रैल : सच्चे गुरु कभी भी अपने स्वार्थ के लिए नहींबल्कि समाज के कल्याण के लिए लड़ते हैं। हमारे गुरुओं ने जो आदर्श हमारे सामने रखे हैंवे पूरी मानवता के लिए प्रेरणास्रोत हैंऔर इन्हें अगली पीढ़ियों तक पहुँचाना हमारा कर्तव्य है, ऐसा वक्तव्य मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज गुरमत समागम कार्यक्रम के दौरान दिया। यह कार्यक्रम नवी मुंबई के गुरुद्वारे के समीप स्थित एनएमएमसी मैदान में आयोजित किया गया।

इस अवसर पर महाराष्ट्र के वन मंत्री गणेश नाईकविधायक मंदाताई म्हात्रेप्रशांत ठाकुरसंजीव नाईकनवी मुंबई महापालिका आयुक्त कैलास शिंदेमुख्यमंत्री वैद्यकीय सहायता प्रकोष्ठ के प्रमुख रामेश्वर नाईक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेकर गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। गुरु ग्रंथ साहिब के माध्यम से हमें जो विचार प्राप्त होते हैंवे केवल सिख समुदाय तक सीमित नहीं हैंबल्कि वे संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए हैं, उन्होंने कहा।

उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने पूरे देश में अपने विचारों का प्रचार कियाजिससे एक विशाल नानकपंथी समाज खड़ा हुआ। हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए। हमारे गुरुओं ने हमें केवल ज्ञान ही नहीं दियाबल्कि अन्याय के खिलाफ लड़ने की हिम्मत और शक्ति भी दी, उन्होंने जोर देते हुए कहा।

फडणवीस ने यह भी उल्लेख किया कि इस वर्ष गुरु तेग बहादुर सिंह जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ मनाई जा रही है। उन्हें आज भी 'हिंद की चादरके रूप में जाना जाता है। उन्होंने कश्मीरी पंडितों को मुगलों के अत्याचार से बचाने के लिए अपना बलिदान दिया। गुरु गोविंद सिंह जी ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया, मुख्यमंत्री ने बताया।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि महाराष्ट्र सरकार गुरु पर्व के आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लेगी और जनता तक गुरुओं की शिक्षाओं और गाथाओं को पहुँचाने के लिए विविध सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पंजाब साहित्य अकादमी का पुनर्गठन किया गया हैजो गुरुओं के विचारों को जनसामान्य तक पहुँचाने में सहायक बनेगी।

उन्होंने बताया कि एक 11 सदस्यीय समिति का गठन किया गया हैजो समाज की आवश्यकताओं को सरकार तक पहुँचाने और निरंतर संवाद बनाए रखने का कार्य करेगी। विस्थापित लोगों और पूजा स्थलों के लिए जमीन दी जाएगीऔर शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं को सरकार की ओर से सहायता प्रदान की जाएगी, मुख्यमंत्री ने कहा।

इस अवसर पर आयोजकों एवं उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का विशेष सत्कार भी किया गया।

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