मुंबई: शिक्षा और रचनात्मकता का केंद्र – एलीसन बैरेट
कार्यक्रम में एलीसन बैरेट ने कहा, “मुंबई केवल भारत की आर्थिक राजधानी नहीं, बल्कि रचनात्मक उद्योगों का केंद्र भी है। यही कारण है कि यहां पर शैक्षणिक सहयोग को विशेष महत्व प्राप्त है।” उन्होंने बताया कि यूनाइटेड किंगडम की अंतरराष्ट्रीय औद्योगिक नीति में रचनात्मक क्षेत्र को प्राथमिकता दी गई है और भारत के साथ सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ाने का प्रयास जारी है। उन्होंने बेंगलुरु में इम्पीरियल कॉलेज लंदन की नई शाखा का उदाहरण भी दिया।“पहले जो छात्र विदेश पढ़ने जाते थे, वे वापस नहीं लौटते थे, लेकिन अब स्थितियाँ बदल रही हैं। ‘ब्रेन ड्रेन’ की जगह अब ‘ब्रेन सर्कुलेशन’ हो रही है,” बैरेट ने कहा।उन्होंने यह भी बताया कि विदेशी विश्वविद्यालय अब भारत के पारंपरिक ज्ञान, स्टार्टअप संस्कृति और नवाचार दृष्टिकोण को आत्मसात कर रहे हैं। यूनाइटेड किंगडम के लगभग 300 अंतरराष्ट्रीय शिक्षा केंद्रों का उदाहरण देते हुए उन्होंने भारत में भी इस प्रकार के सहयोग की असीम संभावनाओं की बात कही।
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