अपारंपरिक ऊर्जा क्षेत्र में महाराष्ट्र की प्रगति
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाऊर्जा की यह नई इमारत हरित मानकों को पूरा करती है, ऊर्जा की बचत करती है, और आवश्यक ऊर्जा का 100% उत्पादन करती है। यह हरित इमारत का उत्कृष्ट उदाहरण है। महाराष्ट्र ने ऊर्जा बचत और अपारंपरिक ऊर्जा क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किया है। पिछले दो वर्षों में जहां देशभर में 4 लाख कृषि पंप लगाए गए, वहीं महाराष्ट्र ने 5 लाख सौर कृषि पंप स्थापित किए। मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी के माध्यम से 16,000 मेगावॉट क्षमता वाले फीडरों को 2026 तक सौर ऊर्जा पर परिवर्तित किया जाएगा। यह एशिया का सबसे बड़ा विकेंद्रित (डिसेंट्रलाइज्ड) सौर ऊर्जा प्रकल्प है। राज्य ने सौर, पवन और हाइड्रोजन ऊर्जा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति की है।
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