Thursday, 8 September 2022

सुप्रभात

 🌹 🌹

*हमारी उपलब्धियों में*

 *दूसरों का भी कुछ ना कुछ उपकार* 

       *होता है ...l*

*क्योंकि*

*समन्दर में भले ही*

     *पानी अपार है पर सच*

*तो यही है कि वो*

      *नदियों का उधार होता है !!*     

         🙏 *सुप्रभात* 🙏

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