Monday, 29 August 2022

आरोग्यं धन, संपदा

 *बीमार पड़ने के पहले ये काम केवल आयुर्वेद ही कर सकता है*

*1* --केंसर होने का भय लगता हो तो रोज़ाना कढ़ीपत्ते का रस पीते रहें

*2* -- हार्टअटेक का भय लगता हो तो रोज़ना अर्जुनासव या अर्जुनारिष्ट पीते रहिए

*3*--  बवासीर होने की सम्भावना लगती हो तो पथरचटे के हरे पत्ते रोजाना सबेरे चबा कर खाएँ

*4*-- किडनी फेल होने का डर हो तो हरे धनिये का रस प्रात: खाली  पेट पिएँ

*5* -- पित्त की शिकायत का भय हो तो रोज़ाना सुबह शाम आंवले का रस पिएँ

*6* -- सर्दी जुकाम की सम्भावना हो तो नियमित कुछ दिन गुनगुने पानी में थोड़ा सा हल्दी चूर्ण डालकर पिएँ

*7* -- गंजा होने का भय हो तो बड़ की जटाएँ कुचल कर नारियल के तेल में उबाल कर छान कर रोज़ाना स्नान के पहले उस तेल की मालिश करें

*8* - दाँत गिरने से बचाने हों तो फ्रिज और कूलर का पानी पीना बंद कर दें

*9* -- डायबिटीज से बचाव के लिए तनावमुक्त रहें,व्यायाम करें,रात को जल्दी सो जाएँ,चीनी नहीं खाएँ  गुड़ खाएँ

*10*--किसी चिन्ता या डर के कारण नींद नहीं आती हो तो रोज़ाना भोजन के दो घन्टे पूर्व 20 या 25 मि. ली. अश्वगन्धारिष्ट ,200 मि. ली. पानी में मिलाकर पिएँ

           

*किसी बीमारी का भय नहीं हो तो भी 15 मिनिट अनुलोम विलोम  15 मिनिट कपालभाती 12 बार सूर्य नमस्कार करें*

 *स्वयं के स्वास्थ्य के लिए इतना तो करें*

*स्वस्थ रहने के लिए धन नहीं लगता,थोड़ी स्फूर्ति,थोड़ी जागरूकता व थोड़ा परिश्रम लगता है*


🙏🙏🙏

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Lakshvedhi